श्री शंकर सुमन-सूंदर शिव महापुराण कथा भिंड मध्य प्रदेश में चल रही कथा का दूसरा दिन कथा की शुरुआत में Pandit Pradeep Mishra जी ने कहा जितना आपका भरोसा पक्का होगा भगवान के प्रति उतनी जल्दी भगवान आपकी सुनेंगे जब हमारा भरोसा विश्वास पक्का हो जाता तो हम मंदिर नहीं जाते हैं मंदिर के भगवान राम कृष्ण शिव हनुमान जी हमसे मिलने हमारे घर आते हैं
संसार में जिसने जन्म लिया है उसके जीवन में दुख जरूर आया है राम जी के भी जीवन में दुख आया उन्हें 14 वर्ष के लिए वन जाना पड़ा हमारा खुद का शरीर हमें सुख नहीं देता कभी पैर दर्द होता कभी हाथ दर्द होता तो दुनिया के लोग हमें क्या सुख देंगे
Pandit Pradeep Mishra Katha श्री शंकर सुमन-सूंदर शिव महापुराण
हमें दुनिया के लोगों से आस नहीं लगना चाहिए हमें भगवान से यही कहना चाहिए कि मैं चलती फिरती रहूं मंदिर जाती रहू और अंत में आपके धाम में आ पहुंच जाऊ
अंत समय प्रभु आना पड़ेगा वचन जो दिया वह निभाना पड़ेगा
महाराज जी ने कहा कि जब जिंदगी में दुख की घड़ी हो तो एक पार्थिव शिवलिंग का निर्माण करके पूजन अवश्य करना चाहिए
कहीं मिट्टी लेने नहीं जा सकते तो जो आपके घर में गमला है उसकी मिट्टी को थोड़ा सा ऊंचा कर देना और उसी पर जल चढ़ा देना पूजन कर लेना धूप, दीप, चन्दन, बेलपत्र,दूध जो आप हो सके चढ़ा देना प्रार्थना करना कि मेरा यह दुख है बाबा इसे आप संभाल लेना उसके बाद शिवलिंग का विसर्जन कर देना वैसे तो यह उपाय आप किसी भी दिन कर सकते है लेकिन सोमवार, प्रदोष, शिवरात्रि को जरूर करें
आप की मनोकमना जल्दी पूरी होगी
लेकिन इस बात विशेष ध्यान रखें – इस पार्थिव शिवलिंग का निर्माण तुलसी के पास या तुलसी के गमले में नहीं करना है तुलसी के पेड़ के नीचें नहीं करना है और शिवलिंग का जल भी तुलसी के गमले पेड़ नहीं डालना चाहिए गौ हत्या पाप लगता
शंकर जी का एक स्वरूप है हनुमान जी महाराज, किसी ने कहा की महादेव को जल चढ़ाने से सभी देवताओं को क्या जल मिल जाता है तो महाराज जी ने कहा माली पौधे पेड़ की जड़ में पानी देता है और पूरे पेड़ पत्ती में पानी पहुंच जाता है पत्तियों और फल में अलग से पानी नहीं डालना पड़ता हम जब शिवजी को जल चढ़ाते तो 33 कोटी देवी देवताओं को पहुंच जाता
पशु, पुरुष, महापुरुष में अंतर क्या होता है
महाराज जी ने कहा – पशु वह होता है जो दूसरे के दुख को देखकर हंसता है इसके साथ तो यही होना चाहिए था
पुरुष मनुष्य वह होता है जो दूसरे के दुख को देखकर दुखी हो जाता है दूसरे के सुख को देखकर सुखी हो जाता है
महापुरुष वह होता है जो दूसरे के दुख को देखकर उसके साथ खड़े होकर उसके दुख को समाप्त कर देता वह महापुरुष होता
पत्र कल्पना मुरैना मध्य प्रदेश – 2018 से स्वास्थ्य विभाग की नौकरी का प्रयास कर रही थी लेकिन नहीं लगी पार्थिव शिवलिंग का निर्माण करके पूजन किया हमें नौकरी मिल गई
पत्र शालिनी शर्मा भिंड – गुरुजी भोले बाबा का क्या वर्णन करूं मेरे भाई की जॉब नहीं लग रही थी हमने कहा पशुपतिनाथ का व्रत कर लो और एक लोटा जल चढ़ाना शुरू कर दो और मेरे भाई को भारतीय सेना में नौकरी मिल गई
महाराज जी ने कहा – कि जब मंदिर में हो, कथा में हो तो झूठ मत बोलना कथा में जाओ तो झूठ मत बोलना सच बोलना और मंदिर मैं जब तक हो तब तक सच बोलना झूठ मत बोलना।
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं हर हर महादेव
5 दिसंबर से 11 दिसंबर तक कथा जलगांव महाराष्ट्र में 2:00 बजे से 5:00 तक होगी उसका आनंद आस्था चैनल पर आप ले सकते ।
प्रदीप मिश्रा कथा के कितने पैसे लेते हैं?
एक भी रुपया नहीं केवल पंडाल और व्यवस्था का खर्चा रहता
प्रदीप मिश्रा की कथा कहाँ चल रही है?
भिंड मध्य प्रदेश में चल रही कथा का आयोजन दोपहर 1:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक
पंडित प्रदीप मिश्रा के कितने बच्चे हैं?
पंडित प्रदीप मिश्रा जी के दो बेटे है
पंडित प्रदीप मिश्रा सीहोर वाले कौन है?
पंडित प्रदीप मिश्रा कथा वाचक है वो सिहोरे मध्य प्रदेश में रहते है कुबेरेश्वर महादेव का मंदिर है
सीहोर में रुद्राक्ष वितरण कब होगा?
अभी रुद्राक्ष मिल रहा है