Day 05 श्री पातालेश्वर शिव महापुराण जमशेद पुर झारखंड की कथा का आज विराम दिन था आज की कथा में पूज्य पंडित प्रदीप मिश्रा Pandit Pradeep Mishra जी ने जो विशेष बातें, खास जानकारी, उपाय बताया वही हम आप को बताने जा रहे जिससे आप को महादेव की असीम कृपा प्राप्त हो आप का जीवन हमेशा खुशियों से भरा रहे कथा की शुरुआत में पूज्य पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने कहा जिसको शिवजी पकड़ते हैं फिर उसको भोलेनाथ जी छोड़ते नहीं है आपने अगर भीड़ में माता-पिता की उंगली पकड़ी है तो हो सकता भीड़ में उंगली छूट जाए लेकिन अगर माता-पिता ने आपका हाथ पकड़ लिया तो भीड़ में भी नहीं हाथ छूटेगा बेटा मां को प्रिय होता है और बेटी बाप को प्रिय होती है
शिवजी हमारे पिता है जब हम हाथ आगे बढ़कर शंकर जी पर जल चढ़ाते हैं तो शंकर जी आपके हाथ को पकड़ लेते अगर आप शंकर जी का हाथ पकड़े हुए तो हो सकता है छूट जाए लेकिन महादेव ने अगर हाथ पकड़ लिया तो कभी नहीं छूटेगा शिव महापुराण की कथा कहती है जो शंकर जी पर रोज एक लोटा जल चढ़ता है शंकर जी के मंदिर में सफाई करता है बेलपत्र चढ़ता है शिव मंदिर में दीप दान करता है शंकर जी के मंदिर को प्रणाम करके निकल जाता है उसकी जिंदगी में कभी भी बुरा वक्त आता ही नहीं है
हम जब बीमार होते हैं तो सबसे पहले डॉक्टर के पास जाते हैं डॉक्टर भी शंकर का एक स्वरूप है जो डॉक्टर दवा देता है उस दवा को कुंदकेश्वर महादेव का नाम लेकर खाना चाहिए शिवजी पर चढ़ा हुआ जल पीओ बेलपत्र खाओ
शिवजी को करीब लाने का एक ही तरीका है कि हर पल हर घड़ी उन्हें याद करते रहो
पत्र नीलम भोले बाबा का क्या गुणगान करूं पंडाल में कथा सुनी और बाबा से प्रार्थना की बाबा मेरे पास नौकरी नहीं है और मेरी सरकारी नौकरी लग गई
चंद्रवंशी हैहयवंश रतनपुर के राजा का जन्म हुआ रतन देव तृतीय के दो धर्मपत्नी थी एक का नाम था लारा दूसरी का नाम पदमा था लारा के दो बेटे थे एक का नाम था सम्पर्द दूसरे का नाम जीजा, पदमा के बेटे का नाम खड़क देव था खड़क देव को राजपाथ मिल गया खड़क देव का विवाह हो गया
पत्र भोलाराम मुझे कैंसर हो गया था और लगवा भी लग गया मैं रोज सुबह शिवजी की पूजा आराधना करता और उसके बाद अपना काम टेंपो चलने चला जाता मेरा पैरालिसिस भी ठीक हो गया और कैंसर भी समाप्त हो गया
गौ माता की भी रक्षा करनी है और गाय के बेटे नंदी की भी रक्षा करनी है
खड़क देव की ऐसी पत्नी आई जिसने सबको भगवान की भक्ति में रमा दिया वह सोचने लगी कि मैं शिव का पूजन करती हूं आराधना करती हूं मुझे आज तक शिव जी के दर्शन नहीं हुए एक अछत एक चावल का दाना अगर महादेव को चढ़ाया जाता है तो उस चावल के दाने से भगवान शिव का दीदार हो जाता भगवान शंकर का दर्शन हो जाता पूजा में पंडित जी भी कहते हैं अगर आपके पास कोई सामग्री नहीं है तो उसकी जगह पर आप अक्षत चावल का दाना चढ़ा सकते हैं खड़क देव की पत्नी ने सुना की एक चावल का दाना चढ़ाने से शिव के दर्शन का फल मिल जाता
सात चावल के दाने का उपाय 7 chaaval ke Dane ka Upay Pradosh Upay Pandit Pradeep Mishra
बेलपत्र का वृक्ष, पीपल का वृक्ष, आंवले का वृक्ष, ‘बड़ बरगढ़ का वृक्ष, शिव जी का शिवालय, शिव मंदिर आपको लग रहा है कि आपके घर में पितृ दोष है भगवान शंकर को हम कितने चावल के दाने चढ़ाये हैं कि भगवान शंकर हमारे पितरों को तृप्त कर दें हम अपने पूर्वजों को पितरों को तृप्त कर सके हमें इतनी समर्थ नहीं है हमारे पितरों को तो शंकर जी ही तृप्त कर सकते हैं वास्तु के देवता भगवान शंकर हैं कालसर्प दोष के देवता भगवान शंकर, पितृ दोष के देवता शंकर जी
आप सात चावल के दाने बेलपत्र का वृक्ष, पीपल का वृक्ष, आंवले का वृक्ष, बड़ बरगढ़ का वृक्ष, शिव जी का शिवालय, शिव मंदिर में प्रदोष के दिन सात चावल के दाने इन सारी जगह में से किसी एक जगह भी आप समर्पित कर देते हैं तो उसके बाद जो जिंदगी जी रहे हैं 3 महीने में आपको फल दिख जाएगा 3 महीने के अंदर आप की जिंदगी बदल जाएगी यह वह स्थान है जो प्रदोष के दिन सात चावल के दाने चढ़ाने से हमारे पितरों पूर्वजों को तृप्त कर देता है सारा पितर दोष समाप्त हो जाता pitra
इस बार प्रदोष 21 फरवरी 2024 को बुधवार की प्रदोष है
ये उपाय आप प्रदोष के दिन किसी भी समय कर सकते है
मृत्यु लोक में आप सभी लोगों ने जन्म लिया है तो आप शंकर जी की औलाद हो
पत्र ममता बाबा की एक लोटे जल का क्या मैं वर्णन करूं मेरी बेटी का अच्छे घर में शादी हो गई मेरे बेटे की नौकरी लग गई
पत्र अन्नपूर्णा मिश्रा बेटे को बड़ी गठन हो गई थी डॉक्टर ने कहा ऑपरेशन करना पड़ेगा भस्म का प्रयोग किया और दोबारा बच्चे की जांच कराई तो गठान गायब हो गई थी गठान नहीं थी
पत्र शारदा शर्मा एक लोटा जल का क्या वर्णन करूं मेरी बच्चेदानी में गठान हो गई थी डॉक्टर ने कहा ऑपरेशन करना पड़ेगा बाबा की कृपा से मेरी गठान गल गई
एक चावल दाना ,एक बेलपत्र, एक लोटा से दुनिया के दुख दूर हो जाते हैं
जब तकलीफ आए तो शिव के द्वार जाओ मैं सभी बेटियों और मेरे भाइयों से मैं निवेदन करूंगा कि जब आपकी जिंदगी में दुख आए तब दोनों हाथ उठाकर एक बार हर हर महादेव बोलो
द्रौपदी का जब चीर हरण हो रहा था तब द्रौपदी ने दोनों हाथ उठाकर भगवान नारायण को बुलाया था जब कोई पानी में डूबता रहा होता है तो दोनों हाथ ऊपर उठता है इस तरह हम भी संसार सागर में डूबे हुए हैं इसीलिए दोनों हाथ उठाकर कहा करो हर हर महादेव
पत्र रीता सिंह मेरी दुकान गाड़ी सब कुछ चला गया था बाबा की कथा सुनी और बाबा ने हमें अब तीन गाड़ी मकान दुकान सब दे दिया
शिवजी के ऊपर एक चावल का दाना चढ़ता है तो शिवजी अपने स्वरूप का दर्शन दे देते हैं खड़क देव की पत्नी ने सवा लाख चावल के दाने का शिवलिंग का निर्माण किया एक सफेद वस्त्र में बेलपत्र रखा बेलपत्र के ऊपर चावल की ढेरी बना ली हर शिवरात्रि हर प्रदोष के दिन शिवजी की आराधना करना प्रारंभ किया खड़क देव की पत्नी ने कहा बाबा महादेव हमें आपका दर्शन करना है चावल की ढेरी से लक्ष्मेश्वर महादेव का दर्शन हो गया 1 लाख रूप धारण करके महादेव खड़क देव की पत्नी के सामने खड़े थे महदेव जी ने पूछा क्या चाहती हैं आप तो खड़क देव की पत्नी कहा कि कुछ नहीं चाहिए तो शिव जी ने कहा मेरा दर्शन कभी खाली नहीं जाता जब आपके प्राण छूटेंगे आप दोनों मेरे कैलाश धाम पर मेरी गणों शामिल होकर मेरी सेवा में लगी रहोगी
7 मार्च से जो 13 मार्च तक जो लोग सिहोर आ रहे हैं उन सभी लोगों से मेरा निवेदन है सेवा करने का भाव लेकर आओ, कचरा उठाऊंगी भोजन कर आऊंगी
जिन लोगों ने निर्माल्य रथ चलाया है उन लोगों को सम्मानित करेंगे 7 मार्च से 13 मार्च तक
छत्तीसगढ़ में बिलासपुर के पास लक्ष्मेश्वर महादेव हैं उन्हें लोग लक्ष्मणेश्वर महादेव भी कहते हैं उन्हीं को लोग पातालेश्वर महादेव भी कहते हैं एक प्रयास अपनी जिंदगी में जरूर कीजिए शंकर की सेवा करने
7 मार्च से 13 मार्च तक जो रुद्राक्ष महोत्सव चल रहा है उसमें जो लोग यजमान बनना चाहते हैं वह बन सकते हैं
हर हर महादेव